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डायबिटीज क्या है लोगों में Diabetes होने की अधिक संभावना रहती है….!!! जैसे-मोटे व्यक्तियों या जिनके परिवार या वंश में किसी को Diabetes रही हो जब हमारे शरीर के Pancreas में Insuline का Production कम हो जाता है तो खून में Glucose का स्तर बढ़ जाता है। इस स्थिति को Diabetes, मधुमेह या Sugar कहा जाता है। Insuline एक Harmone है जो कि पाचक ग्रंथि द्वारा बनता है।
इसका कार्य शरीर के अंदर भोजन को Energy में बदलने का होता है। यही वह Harmone होता है जो हमारे शरीर में Suger की मात्रा को Control करता है। Diabetes हो जाने पर शरीर को भोजन से Energy बनाने में कठिनाई होती है। इस स्थिति में Glucose का बढ़ा हुआ स्तर शरीर के विभिन्न अंगों को नुकसान पहुँचाना शुरू कर देता है।
यह रोग महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में अधिक होता है। Diabetes ज्यादातर Hereditary या Improper-Lifestyle के कारण होता है। इसमें Hereditary को टाइप-1 और Improper Lifestyle की वजह से होने वाले Diabetes को टाइप-2 श्रेणी में रखा जाता है।
चलिये बात करते हैं, के प्रमुख लक्षणों के बारे में?
1. वजन में कमी आना।
2. अधिक भूख प्यास व Excessive Urination.
3. थकान, पिडंलियो में दर्द।
4. बार-बार Infection / संक्रमण होना या देरी से घाव भरना।
5. हाथ पैरो में झुनझुनाहट, सुन्नपन / Numbness और जलन रहना।
6. नपुंसकता / Impotency …।
कुछ लोगों में Diabetes होने की अधिक संभावना रहती है….!!! जैसे-मोटे व्यक्तियों या जिनके परिवार या वंश में किसी को Diabetes रही हो, High BP के रोगियों और शारीरिक श्रम न करने वालों में इसका खतरा अधिक रहता है। ऐसा देखा जाता है कि शहरी व्यक्तियों को ग्रामीणो की अपेक्षा मधुमेह रोग होने की अधिक संभावना रहती है।
अब बात करते हैं डायबिटीज(Diabetes) होने के कुछ बेसिक लक्षणोे के बारे में?
यदि आप डायबिटीज़ (मधुमेह या शुगर) की बीमारी से ग्रस्त हैं तो उसके अनेक कारण हो सकते हैं जैसे कि सही समय पर व्यायाम न करना, गलत भोजन करना। आजकल की तनावग्रस्त आधुनिक जीवनशैली इस समस्या को और Zyada Complicated कर देती है।
इस समस्या का निवारण करने ke liye आपको आधुनिक चिकित्सा के साथ-साथ अपने Life-style में परिवर्तन लाना भी अति आवश्यक है। शुगर की समस्या को पूर्णतः ठीक करने के लिए अपनी जीवन शैली में योगासन, प्राणायाम व ध्यान को जोड़ना शानदार उपाय है। इन विशेष योग क्रियाओं को अपनी Life-Style का हिस्सा बनाएँ और Diabetes
से आसानी से निपटें।
अच्छे परिणाम प्राप्त करने हेतु आपको योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग
बनाना होगा। इसके लिए आपको निरंतर अनुशासन में रहना होगा। आप ये योगासन सुबह अथवा शाम, जो भी समय आपको ठीक लगता है, उस समय कर सकते हैं। जो भी समय आपने अपने योगासन करने के लिए निर्धारित किया है, उसके प्रति अनुशासित रहें। आप कुछ ही समय में बहुत अच्छे परिणाम देखेंगे।
जाने कुछ योग आसनों के बारे में जो आपके लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं ?
1. कपालभाति प्राणायाम
यह प्राणायाम डायबिटीज़ के रोगियों के लिए बहुत अच्छा हैं क्योंकि यह पेट की मांसपेशियों को सक्रिय करता है।
यह प्राणायाम Blood Circulation को सुधारता है aur मन को भी शांति प्रदान करता है।
2. सुप्त मत्स्येन्द्रासन – (Supta Mats-yendr-asana)
सुप्त मत्सेन्द्रयासन शरीर के अंदरूनी अंगों की मालिश करता है व पाचन क्रिया में सहायता करता है।
यह आसन पेट के अंगो को सक्रिय करता है और Diabetes के मरीजों के लिए बहुत अच्छा होता है।
3. अर्धमत्स्येन्द्रासन
यह आसन Bhi पेट के अंगो की मालिश करता है aur Lungs में Oxygen की मात्रा को बढ़ाता है।
अर्धमत्स्येन्द्रासन रीढ़ की हड्डी को भी मज़बूत बनाता है। इस योगासन को करने से मन शांत होता है व रीढ़ की हड्डी के हिस्से में Blood circulation behtar हो जाता है।
4. शवासन
शवासन पूरे शरीर को विश्राम देता है। यह आसन व्यक्ति को गहरे ध्यान की अवस्था में ले जाता है जिससे मन शांत
aur Urjava-an हो जाता है। Diabetes को गहराई से समझने के लिए “free radicals” के बारे में जानना बहुत zaroori है।
“Free radicals” अणु तत्त्व (Atomic elements) होते हैं जो Negatively Charged रहते हैं और जो हमारे Environment में कुछ nano seconds के लिए मौजूद होते हैं। अपने ऊपर नेगेटिव चार्ज होने के करण यह जल्दी से जल्दी अपना Neutralization करवाना चाहते हैं। हमारा शरीर जीवाणुओं से लड़ने के लिए इन Negatively charged “Free Radicals” का सहारा लेता है। शरीर में In-n “Free Radicals” ka theek avastha aur matra mein hona … yani ke in “Free Radicals” ki remedy होना Zaroori है और Is-s sabke लिए हमारा शरीर Anti-Oxidants की Madad लेता है। हमारे शरीर में तीन Anti-Oxidant तत्त्व- Gluta-thione, Cata-lase and S.O.D. ka होना बहुत आवश्यक hai.